अगर हम किसी सफर में निकले और कार ब्रेक लगा कर चलायें तो क्या होगा ,हमारी कार कभी भी पूरी speed नहीं पकड़ पायेगी। सो तेज़ी से चलाने और मंजिल तक पहुँचने के लिए हमे ब्रेक पर से पैर हटाना होगा।
हमारी जिंदगी में भी इस तरह के कई ब्रेक है Example - डर।,बहानेबाजी की आदत, आत्मविस्वास की कमी etc..
इन कुछ वजहों को हटाकर हम कामयाबी
ओर तेज़ी से बढ़ सकते है। 1 . उददेश्य न होना (lack of purpose)
आप अपने school या college से top करना चाहते हो !
अपने workplace पर best employe बनाना चाहते हो !
क्या ये योजना और तैयारी के बिना possible है ?
आपकीplaning and prepration ही आपकी सफलता की दिशा निर्धारित करते हैं !
अपने आप से पूछिये - क्या आपके पास मकसद पाने के लिए कोई योजना है ?
3 . ज्ञान की कमी (lack of knoweldge)
आप जिंदगी की किसी भी छेत्र में संघर्ष कर रहे हो ,इस बात की संभावना हमेसा रहेगी की आप जो भी कर रहे हैं उसे और भी बेहतर और खूबसूरत ढंग से किया जा सकता है ,अपने कार्यछेत्र से सम्बंदित books पढ़िए ,cd,sलीजिये।,videos देखिए ,उससे सम्बंदित लोगो से मिलीयेऔर अपने ज्ञान को बढ़ाते रहिये। जल्दी ही आप अपने competeiter से मीलों आगे होंगे।
4 . प्राथमिकताएं तय न करना (lack of priorties)
अपनी प्राथमिकताएं तय न कर पाने के कारण हम काफी समय उन कार्यो को करने में बर्बाद कर देते हैं ,जो महत्वहीन हैं और इस चक्कर में हमारे महत्वपूर्ण कार्य छूट जाते है !इसलिए आपको प्राथमिकताएं तय करने चाहिए ताकि आपके importent steps पीछे न रह जाये ! याद रखिये success के ताले को कोल्बणे के लिए प्राथमिकताएं एक चाबी का काम करती है।
5 . खतरे उठाने से बचना (unwillingness to take risks)
जो लोग खतरे उठाने से बचते हैं सफलता उनसे बचती है। आपने ये महत्वपूर्ण कहावत सुनी होगी ,खतरा न उठाने वाले इंसान कोई गलती भी नहीं करता ,वह दुनिया के बने बनाये राहों में चलता हैऔर गुमनामी की जिंदगी जीते हुए चुपचाप दुनिया से चला जाता है। बड़े फैसले लीजिये Risk उठाइये ,पर जुआ खेलिए ,खतरे उठाने वाले जानते हैं की वे क्या कर रहे हैं जबकि जुआ खेलने वाले अँधेरे में तीर चलातें हैं।
7 . बहाने बनाना (Rationalisation)
हमारी जिंदगी में भी इस तरह के कई ब्रेक है Example - डर।,बहानेबाजी की आदत, आत्मविस्वास की कमी etc..
इन कुछ वजहों को हटाकर हम कामयाबी
ओर तेज़ी से बढ़ सकते है। 1 . उददेश्य न होना (lack of purpose)
अगर आप सफल लोगों की कहानियां पढ़े तो यह स्पष्ट हो जायेगा की उनकी सफलता के पीछे कोई प्रबल insperetion था और वो था उनका purpose जब आपके पास कोई मकसद नहीं होता तो आपकी जिंदगी पानी में बहते उस पते की तरह है जिसकी बहाव की कोई दिशा नहीं होती। आपको ये तय करना होगा की आप अपनीओ जिंदगी से क्या चाहते हैं। 2 . योजना बनाने और तैयारी न करने की इच्छा (unwillingness to plan and prepare)
हमारे देश में 100 smart cities की घोषणा हो चुकी है ,अब दो मिनट रुक कर सोचिये अगर हम सीधे तौर पर इस पर काम करना चाहते हैं तो शुरुआत कहाँ से करेंगे ? क्या without a plan ये सम्भव है ?आप अपने school या college से top करना चाहते हो !
अपने workplace पर best employe बनाना चाहते हो !
क्या ये योजना और तैयारी के बिना possible है ?
आपकीplaning and prepration ही आपकी सफलता की दिशा निर्धारित करते हैं !
अपने आप से पूछिये - क्या आपके पास मकसद पाने के लिए कोई योजना है ?
3 . ज्ञान की कमी (lack of knoweldge)
आप जिंदगी की किसी भी छेत्र में संघर्ष कर रहे हो ,इस बात की संभावना हमेसा रहेगी की आप जो भी कर रहे हैं उसे और भी बेहतर और खूबसूरत ढंग से किया जा सकता है ,अपने कार्यछेत्र से सम्बंदित books पढ़िए ,cd,sलीजिये।,videos देखिए ,उससे सम्बंदित लोगो से मिलीयेऔर अपने ज्ञान को बढ़ाते रहिये। जल्दी ही आप अपने competeiter से मीलों आगे होंगे।
4 . प्राथमिकताएं तय न करना (lack of priorties)
अपनी प्राथमिकताएं तय न कर पाने के कारण हम काफी समय उन कार्यो को करने में बर्बाद कर देते हैं ,जो महत्वहीन हैं और इस चक्कर में हमारे महत्वपूर्ण कार्य छूट जाते है !इसलिए आपको प्राथमिकताएं तय करने चाहिए ताकि आपके importent steps पीछे न रह जाये ! याद रखिये success के ताले को कोल्बणे के लिए प्राथमिकताएं एक चाबी का काम करती है।
5 . खतरे उठाने से बचना (unwillingness to take risks)
जो लोग खतरे उठाने से बचते हैं सफलता उनसे बचती है। आपने ये महत्वपूर्ण कहावत सुनी होगी ,खतरा न उठाने वाले इंसान कोई गलती भी नहीं करता ,वह दुनिया के बने बनाये राहों में चलता हैऔर गुमनामी की जिंदगी जीते हुए चुपचाप दुनिया से चला जाता है। बड़े फैसले लीजिये Risk उठाइये ,पर जुआ खेलिए ,खतरे उठाने वाले जानते हैं की वे क्या कर रहे हैं जबकि जुआ खेलने वाले अँधेरे में तीर चलातें हैं।
7 . बहाने बनाना (Rationalisation)
जीतका नजरिया राख्ने वाले अपनी हार से भी सीखतें हैं ,जबकि बहाने बनाना हरने वालो की आदते होती हैं. like this - मेरी किस्मत ख़राब है
- मेरी उम्र ज्यादा है
- मेरी उम्र कम है
- मैं स्मार्ट नहीं हूँ
- मेरे पास पैसे नही है
- काश !मुझे मौका मिला होता
- मैं लाचार हूँ
- मेरी जिम्मेदारियां ज्यादा है
- मेरा पास समय नहीं है। etc . .
एक बात मत भूलिए या तो आप बहाने बनाइये या जिंदगी। चुनना आपको है।
6 . लगातार कोशिश की कमी (lack of presistence )
अगर आप किसी काम में सफल हिोना चाहते है तो उस काम को continuty करते रहे ,ययः सिलसिला बीच में टूटने न पाये। अधिकांश लोग जोशो -खरोश के साथ कोई काम शुरू करते हैं पर जल्दी ही अपना passionखो देते है। हम सबको जिंदगी में ठोकरे लगती है ,लेकिन इसका मतलब ये नहीं की हम Give-up कर दे। ज्यादातर लोग knoweldge या talent की कमी की वजह से नहीं बल्कि कोशिश बंद कर देने की वजह से असफल होते हैं।
यह artical आपको कैसी लगी कृपया comment के माध्यम से जरूर बताएं।
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