सच कर देंगे सपने - honda का यह स्लोगन उसके इरादों पर बिलकुल सही बैठता है। Second world war के बाद जहां japan संकटों से जूझ रहा था, वहीं गांव में पला-बढ़ा एक नोजवान सोइचिरो होंडा अपने सपने के पीछे दौड़ रहा था। तमाम संघर्षों के बीच उसने 170 वर्गफीट के shed में 12 worker के साथ motorised bycycle बनाने का कुटीर उधोग स्थापित किया company का नाम रखा गया - होंडा ( Honda ) टेक्नोलॉजी रिसर्च इस्टीटयूट। आइए जानें Honda की success की दिलचस्प story . . . . .
The Best way of Success in Hindi