कंपनी - फेसबुक
स्थापना - 2005
संस्थापक - मार्क जुकरबर्ग
मुख्यालय - कैलिफोर्निया
college campus से खेल - खेल में लांच हुई एक साइट 'फेसमैश ' जिसने मात्र 10 सालों में 2.2 अरब से ज्यादा followers जुटाने का रिकॉर्ड बना दिया। वर्तमान टर्नओवर लगभग 500 अरब है। इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण यह है की दो अरब से ज्यादा लोगों को परस्पर समपर्क ,ख़बरों के आदान - प्रदान व अपनी सोच को share करने का सबसे सस्ता व आसान प्लेटफॉर्म उपलब्द करवाया - जी हाँ ! यही है facebook. जिस internet की दुनिया पर कभी
अंग्रेजी experts का राज था ,वहीँ आज दुनिया के 70 देशों के जानकारों के दिल से एक ही आवाज निकलती है - थैंक्यू जुकरबर्ग।
ज़माने से दो कदम आगे
14 may 1984 को वाइट हाउस ,न्यूयॉर्क में जन्मे मार्क जुकरबर्ग के पिता एडवर्ड जुकेरबर्ग dentist थे और माँ करें साइकेट्रिस्ट। संतानो में एक मार्क मिडिल स्कूल में पढ़ते -पढ़ते computer से खेलने लगे। पिता ने पुत्र की रूचि देखी तो basic programme सीखा दिया।और मार्क को एक software developer को सौंंप दिया। पर उसने जल्द ही हाथ खड़े कर दिए कह दिया कि -प्रतिभा के धनी इस इस बालक को कुछ सिखाना है ,यह बहुत आगे की सोचता है। इन्ही दिनों मार्क ने एक massasing programe बनाया 'जुकरनेट 'जिसने घर व पिता के सारे computer को जोड़ दिया। यह AOL sinset massenser अपरिष्कृत version था।,जो बाद लांच हुआ।
कॉलेज में 'कोर्समैंट ' फिर 'फेशमैश '
जुकरबर्ग हाई स्कूल पहुंचे तो उन्होंने लोगों को सुनने की आदत बताने वाला media player बनाया। microsoft व AOL ने इसे खरीदना चाहा और मार्क को जॉब भी ऑफर किया। पर वो जल्दी में नही थे। मार्क ने 2002 में हॉवर्ड जोइन किया। हॉवर्ड में group study में सहायक एक computer programe लिखा -कोर्समैंट '.ड साल बाद 2004 में हॉवर्ड के डॉरमेट्री हॉस्टल रूम से एक लांच हुई -' फेसमैस '. जिसने कॉलेज कैंपस में तहलका मचा दिया। 20 वर्ष के जुकरबर्ग ने अपने तीन दोस्तों के साथ विकसित साइट पर अपने classmates ककए फोटो लॉन्च किये थे और users से पुछा था -इनमे से कौन हॉट है ?
हॉवर्ड में मांगी सार्वजनिक माफ़ी
फेसमैश के लिए मार्क ने छात्रों की इमेजेज कॉपी करने के लिए हॉवर्ड के computer network को हैक किया था। फेसमैश को कुॉच छात्रों ने पसंद किया तो कुछ ने अपनी privacy के अधिकार का उलंघन माना। वीकेंड तक फेसमैश चली फिर हॉवर्ड management ने उनके विरुद्ध करवाई की तो उन्हें सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगनी पड़ी। उन्होंने फेसमैश को सैंकड़ो university व स्कूलों तक पहुंचा दिया। 2004 में इस social Networking साइट को कॉमेर्सिअली लांच करने की मंशा से जुकरबर्ग ने हॉवर्ड छोड़ा और कैलफोर्निया आ गए यहाँ उन्होंने एक छोटे मकान में दोस्तों के साथ एक office खोला।
पहले मुकाम फिर मुनाफा
paypal के सहसंस्थापक पीटर थिएल ने जुकरबर्ग के वेंचर में पूंजी निवेश की। 2005 में दो लाख डॉलर में facebook.com डोमेन ख़रीदा गया और 26 september 2006 को फेसबुक सबके लिए खोल दिया गया। अच्छा विज्ञापन मिलने पर yahoo और mtv ने इसे एक करोड़ डॉलर में खरीदना चाहा ,इस पर जुकरबर्ग ने कहा - फेसबुक को मैं पहले संपर्क और सुचना के आदान -प्रदान का खुला मंच बनाऊंगा ,फिर मुनाफे के बारे में सोचूंगा। फेसबुक से लोग जुड़ने लगे तो microsoft ने विज्ञापन के प्लेसमेंट के अधिकार ख़रीदे। 2012 में फेसबुक स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध हुई ,इसके साथ ही फेसबुक का मूल्य 104 बिलियन डॉलर हो गया। आज फेसबुक का सालाना टर्नओवर 500 अरब है और मार्क जुकरबर्ग 34.2 बिलियन डॉलर सपंदा के साथ दुनिया के 15वें सबसे धनी उधमी हैं।
नौ भाषाओं में फेसबुक इंडिया
2012 के बाद हमारे देश में internet users बढ़ने लगे तो यहाँ हैदराबाद में स्थापित facebook india की जवाबदारी मार्क जुकरबर्ग ने कृतिका रेड्डी को सौंपी। सिलिकॉन वैली में कई महत्वपूर्ण जवाबदारियाँ सभाल चुकी कृतिका रेड्डी ने चार साल में भारत में facebook users 80 लाख से 10 करोड़ 80 लाख कर दिए हैं। फेसबुक इंडिया के हर माह औसतन 20 लाख followers बढ़ रहे हैं। नौ भाषाओँ में उपलब्द इस sociel network की विज्ञापन आय भी इसी अनुपात में बढ़ी है।
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