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pepsi ka magic From Humble Beginnings to Global Domination: The Pepsi Success Story


दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे दुनिया के 200  से ज्यादा देशों में अरबों का कारोबार करने वाली pepsi की success story .

pepsico  के संस्थापक हैं ,'डोनाल्ड केंडल' और हरमन ले , जबकि 1890  में कालेब डेविस ब्रैडहम  नेpepsi cola लांच की थी। दुर्भाग्य से उनसे एक चूक हुई और दिवालिया होकर उन्हें खली हाथ अपनी दुकान पर लौटना पड़ा।

27 मई 1867  को चिंक्वापिन (कारोलिन ,यूएसए ) में जन्मे कालेब डेविस ब्रैडहम डॉक्टर बनना चाहते थे। degree  पूरी  करने के बाद उन्होंने मैरीलैंड स्कूल ऑफ़ medichine में दाखिला लिया। ब्रैडहम  ने पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए एक medical  store पर job की। दुर्भाग्य से उनके पिता दिवालिया हो गए तो पढ़ाई अधूरी छोड़कर उन्हें गृहनगर लौटना पड़ा। यहां वे एक स्कूल में अद्यापक हो गए। एक साल बाद ब्रैडहम ने न्यूबर्न की पोलॉक स्ट्रीट में एक दवा की दुकान खोली। उन दिनों दवा की दुकानों पर सोडा फाउंटेन भी होता था। अपनी दुकान पर भीड़ जुटाने के लिए कोला नट एक्सट्रैक्ट ,वनीला व रेयर ऑइल (हेयर थैरेपी जैसी चिकित्सा में उपयोगी )के मिक्स से एक डाइजेस्टिव सॉफ्ट ड्रिंक बनाया। ड्रग स्टोर के उनके ग्राहकों ने इसे पसंद किया और नामकरण किया ' ब्रैडस ड्रिंक '। यही आज का विश्व प्रसिद्ध soft drink पेप्सी है।

पाचक पेय की तरह लॉन्च हुई पेप्सी 

 28 अगस्त ,1898 को ब्रैडहम ने पेप्सी व कोला के योग से बने सिरप का नामकरण किया ,pepsdi cola। 24 दिसंबर ,1902 को उन्होंने इसी नाम से कंपनी बनाई। 16 जून ,1903 को उन्होंने पेप्सी कोला का ट्रेडमार्क प्राप्त किया और एक किराय के शेड में पेप्सी कोला बनाने लगे। ऊर्जा व उत्साहवर्धक पाचक पेय के दावे के साथ पहले साल उन्होंने 7968 गैलन pepsi कोला बेची। 1905 में ब्रैडहम ने 6 औंस की बॉटल में पेप्सी कोला का लॉन्च किया। 1905 में दो फ्रैंचाइज़ी भी पेप्सी  बॉटलिंग करने लगे। 1907 में सालाना एक लाख गैलेन पेप्सी कोला बिकने लगा। 1908 में 40 और दो साल बाद 24 राज्य , 250 से ज्यादा फ्रैंचाइज़ी पेप्सी कोला की कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग करने लगी। ब्रैडहम ने 110 साल पहले contact manufacturing के अलावा ब्रांडिंग व प्रमोशन की कई पहल की। जैसे घोड़ागाड़ी के बजाय मोटरसाइकिल से रिटेलर्स को पेप्सी की डिलीवरी। 

दिवालिया होने से बिक गयी कंपनी 

17 साल तक पेप्सी कोला कंपनी बिना स्पीड ब्रेकर तेज़ी से दौड़ी ,जिसे प्रथम विश्वयुद्ध ने ब्रेक लगाया। युद्ध के दौरान शक्कर के मूल्यों में काफी उतर चढ़ाव आया ,जो पेप्सी कोला का प्रमुख कच्चा माल था। युद्ध पूर्व एक पौंड शक्कर  का मूल्य था 3 सेंट ,जो  रातो रत हो गया 28 सेंट। मूल्य और बढ़ेंगे इस अनुमान के साथ ब्रैडहम ने शक्कर का एक बड़ा स्टॉक खरीद लिया , पर मूल्य धराशायी हो गए। वे दिवालिया हो गए। ब्रैडहम की इस एक चूक के कारण उन्हे पेप्सी कोला कंपनी बेचकर अपने ड्रग स्टोर पर लौटना पड़ा। 31 मई 1923 कैंडी व सोडा फाउंडेशन की शृंखला संचालित करने वाली लॉफ्ट कैंडी कंपनी ने 35 हजार डॉलर में पेप्सी कोला ो ख़रीदा और उसे' किचन कोला 'की इमेज से मुक्त करने के कई मार्केटिंग प्रयास किये। 1934 में इसे प्रतिस्पर्धी आधे मूल्य में बेचा। 1940 में इसका एड ज़िंगले 50 भाषाओँ में ब्रॉडकास्ट हुआ। 60 के दशक में डाइट पेप्सी लॉन्च की। पर पेप्सी कोला ,कोका कोला का मुकाबला नहीं कर पाई और रुग्ण हो गयी।


आक्रामक विज्ञापन रणनीति 

पेप्सी कोला का उद्धार करने वाले शख्स हैं डॉन कैंडल। 1963 में वे पेप्सिको के सीईओ थे। 1965  में आलू चिप्स बनाने वाली कंपनी फ्रिटो ले के चेयरमैन हरमन ले व डॉन केंडल के सयुंक्त प्रयासों से पेप्सी कोला व फ्रिटो ले का विलय हुआ और जन्मी pepsico।  ले नयी कंपनी के चेयरमैन बने और केंडल सीईओ। इस दोनों को पेप्सिको इंक का संस्थापक माना जाता है। future weason  रखने वाले केंडल के 15 साल (1971 -1986 )के चेयरमैन कार्यकल में पेप्सी ने आक्रामक विज्ञापन रण निति अपनाई। पेप्सी जनरेशन एड पालिसी के तहत उन्होंने 'have a pepsi day ,catch the pepsi spirit, pepsi now, pepsi the choice of a new generation ,ed श्रृंखला लॉन्च की। हॉलीवुड ,खेल जगत व कार रेसिंग के सेलिब्रिटीज -माइकल जैकसन ,टीना टर्नर ,ब्रिटनी स्पेयर्स ,बियॉन्से नॉलेस ,एनरिक इग्लेसियस ,एलवीश प्रिसले रे चार्ल्स,जेफ़ गार्डन ने सुपर बाउल्स में पेप्सी ब्रांड को प्रमोट किया। 


पेप्सिको इंडिया 

पेप्सी ब्रांड 1989 में भारत आया था और आक्रामक मार्केटिंग के जरिये बहुत जल्दी पॉपुलर फ़ूड एंड बेवरेज ब्रांड बन गया। यहां कंपनी के 38 बेवरेज व 3 फ़ूड प्लांट्स हैं। पेप्सिको ने भारत में 24 हज़ार से जयादा छोटे किसानों  को भागीदार बनाकर उनकी आय भी बढ़ाई है तो 2 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया है। 



दोस्तों ये थी आज की हमारी pepsi success story कैसे लगी comment में जरूर बताये ,और आप सोशल मीडिया पर भी share  कर सकते हैं।
धन्यवाद !






                 
coca cola success story in hindi क्या है कोका कोला बनने की कहानी 

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