Zomato: भारतीय खाद्य आधारित नागरिक सेवा का एक अद्वितीय कहानी परिचय भारत में खाने की समस्या कभी कम नहीं होती। अन्यायपूर्ण दर्जनों लोग दिनभर भूखे पेट सोते हैं, इसके विपरीत लाखों टन भोजन हो जाता है। लेकिन एक ऐसी व्यवस्था और प्लेटफॉर्म के रूप में, जिसने लोगों को उनकी पसंदीदा भोजन स्थलों तक पहुंचाने में मदद की है। यहाँ तक कि अगर आपको खाने का मन हो, तो आप एक नई खाद्य व्यवस्था की तलाश में होंगे, तो जोमैटो एप्प आपकी मदद करता है। जोमैटो की शुरुआत जब दिल्ली के दो आवेदक, दीपिंदर गोयल और पंकज चड्डा, 2008 में ज़ोमैटो की शुरुआत की, तो वे न केवल भारत के खाद्य सेवाओं के समाधान के लिए एक समाधान प्रदान कर रहे थे, बल्कि उन्होंने एक आंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रतिस्थापन बनाया। जोमैटो का मूल्यांकन, 3.9 बिलियन डॉलर के साथ, भारत का सबसे बड़ा खाद्य आधारित स्टार्टअप बन गया है। कैसे काम करता है ज़ोमैटो एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जो लोगों को खाने की दुकानों, रेस्तरां, और भोजन की परिस्थितियों के बारे में सूचना प्रदान करता है। इस एप्लिकेशन के माध्यम से लोग खाद्य अनुदान, नाश्ता, दोपहर की चाय, अन्य परिस्थितियों, और खाने के
दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे दुनिया के 200 से ज्यादा देशों में अरबों का कारोबार करने वाली pepsi की success story . pepsico के संस्थापक हैं ,'डोनाल्ड केंडल' और हरमन ले , जबकि 1890 में कालेब डेविस ब्रैडहम ने pepsi cola लांच की थी। दुर्भाग्य से उनसे एक चूक हुई और दिवालिया होकर उन्हें खली हाथ अपनी दुकान पर लौटना पड़ा। 27 मई 1867 को चिंक्वापिन (कारोलिन ,यूएसए ) में जन्मे कालेब डेविस ब्रैडहम डॉक्टर बनना चाहते थे। degree पूरी करने के बाद उन्होंने मैरीलैंड स्कूल ऑफ़ medichine में दाखिला लिया। ब्रैडहम ने पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए एक medical store पर job की। दुर्भाग्य से उनके पिता दिवालिया हो गए तो पढ़ाई अधूरी छोड़कर उन्हें गृहनगर लौटना पड़ा। यहां वे एक स्कूल में अद्यापक हो गए। एक साल बाद ब्रैडहम ने न्यूबर्न की पोलॉक स्ट्रीट में एक दवा की दुकान खोली। उन दिनों दवा की दुकानों पर सोडा फाउंटेन भी होता था। अपनी दुकान पर भीड़ जुटाने के लिए कोला नट एक्सट्रैक्ट ,वनीला व रेयर ऑइल (हेयर थैरेपी जैसी चिकित्सा में उपयोगी )के मिक्स से एक डाइजेस्टिव सॉफ्ट ड्रिंक बनाया। ड्रग स्टो